Rajasthan News : आपने तालाबों से लोगों को पानी के टैंकर भरते देखा होगा परंतु प्रदेश में पहली बार ऐसी घटना हुई जिसमें लोगों ने पक्षियों व मूक बधिर प्राणियों के लिए पेयजल व्यवस्था हेतु सार्वजनिक तालाब में सैंकड़ों पानी के टैंकर खाली कर दिए।
यह मामला मकराना उपखण्ड के बोरावड़ कस्बे का है जहां पर सार्वजनिक तालाब सूख गया है। पक्षियों, लावारिस गौवंश अथवा अन्य प्राणियों के लिए सार्वजनिक रूप से पेयजल की व्यवस्था नहीं है। ऐसे में बोरावड़ के सद्भावना जन जागृति संस्था के सदस्यों ने सामूहिक रूप से विचार कर बोरावड़ तालाब को पानी से भरने का बीड़ा उठाया। असर यह हुआ कि लोगों ने सोमवार रात्रि तक सोशल मीडिया पर ही 340 टैंकर डलवाने के लिए सहयोग की रजामंदी दे दी। तालाब में 600 से ज्यादा पानी के टैंकर उड़ेलने का लक्ष्य रखा गया। मंगलवार शाम तक 535 टैंकर के लिए लोगों ने आर्थिक सहयोग दिया।
बोरावड़ के सद्भावना जन जागृति संस्था के सदस्यों ने शुरू किया अभियान, आज भी जारी रहेगा
कार्य में युवा हिन्दू गौ रक्षा समिति मकराना, सर्व धर्म महिला मण्डल बोरावड, हिन्दू एकता मिशन टीम, स्वर्णकार महिला मण्डल बोरावड़, विनायक ग्रुप बोरावड़ ने सहयोग किया। तालाब में पानी भरने के पुनित कार्य के लिए लोगों में काफी उत्साह था। लोगों ने बताया कि पन्द्रह साल पहले तक तालाब पानी से लबालब भरा रहता था परंतु बाद में इसमें पानी की आवक कम हो गई और बारिश के अलावा तालाब सूखा रहने से पशु पक्षियों के लिए पेयजल की भारी किल्लत हो गई है। तालाब से पानी की टंकियां लोग ले जाते थे।
बोरावड़ में तालाब को टैंकर की सहायता से भरते ग्रामीण।
बारिश के दिनों के अलावा वर्ष भर तालाब में पानी की आवक रहे इसके लिए जन जागृति संस्था ने तालाब से एक किमी दूर मौजूद मार्बल खानों के मालिकों से भी बात की है। ये खाने थोड़ी गहरी हो चुकी है जिससे उनमें आए दिन पानी की आवक होती है। जिसे खान मालिक मोटरें चलाकर सड़क पर ही खाली करते हैं।
27 बीघा के तालाब में 500 बीघा कैचमेंट एरिया
जानकारी के अनुसार लगभग 27 बीघा में बने तालाब के चारों तरफ पक्की दिवार बनी हुई है तथा पास के 500 बीघा में बने कैचमेंट एरिया तथा गोचर का पानी बरसात के दिनों में तालाब में आता था। जानकारी के अनुसार लोगों ने सहयोग करते हुए टैंकर पानी डलवाने में सहयोग किया जिसमें से मंगलवार को 115 टैंकर पानी डलवाया गया। अब बुधवार को भी पानी डालने का अभियान चालू रहेगा।