गर्मी में लगाएं 100 दिन में तैयार होने वाली मक्के की फसल

वैसे तो मक्के की फसल खरीफ फसल मानी जाती है. किसान बेहतर मुनाफे के लिए जायद के दिनों में भी मक्के की खेती करते हैं. 

सफेद मक्के की खेती किसान छोटे पैमाने पर करते हैं. मई के महीने में लगाए गई फसल 90 से 110 दिनो में तैयार हो जाती है. 

किसान जुलाई और अगस्त माह में अपने खेतों से मक्के की फसल लेना चाहते हैं, वो अभी मक्के की खेती लगा सकते हैं. 

मिट्टी दोमट हो या ऐसी मिट्टी हो जहां नमी बनी रहे. साथ ही भूमि का पीएच मान 6 से 7 के बीच हो.

बुवाई के 10-15 दिन पूर्व किसान अपने खेतों में गोबर खाद अवश्य मिला लें. इससे जमीन उपजाऊ बनी रहता है. 

अगर मुर्गी का गोबर दे रहे हैं तो 4 से 5 माह पूर्व ही खेत में दें. जुताई के समय खेतों की मिट्टी को भुरभुरा बना लें.

मक्के की बुवाई करते समय किसी फास्फोरस और पोटाश का मिश्रण मिलाकर जरूर दें. साथ ही हर 8 से 10 दिनों के बाद सिंचाई अवश्य करें. 

विवेक, गंगा, बीएल 1, बीएल 4 के सफेद मक्का बीज सबसे उपयुक्त हैं. इस बीज से किसान 50 क्विंटल प्रति एकड़ तक की पैदावार ले सकते हैं.