onion price :- प्याज के भाव ने पिछले 5 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है और आम आदमी के घरेलू बजट को हिला कर रख दिया है. प्याज और लहसुन के बढ़ते हुए भाव ने विक्रेता और ग्राहक दोनों को ही परेशान करके रख दिया है जहां एक तरफ लहसुन के दाम 400 के पार पहुंच गए हैं वहीं प्याज ने अपने 5 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है.
प्याज ने तोड़ा 5 साल का रिकॉर्ड(onion price )
जहां एक तरफ लहसुन ₹400 के पार पहुंच गया है वहां प्याज ने अपनी पिछले 5 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. नासिक के लसल गांव बाजार में प्याज की कीमत ₹54 प्रति किलो तक पहुंच गई है जो 5 साल की सबसे उच्चतम रिकॉर्ड पर है वहीं सप्लाई की कमी और मांग में तेजी के कारण प्याज की थोक कीमत 30 से 35% तक बढ़ गई है. सरकार की लाख कोशिशें के बावजूद भी प्याज की दाम घटने का नाम नहीं ले रहे हैं लेकिन यह अनुमान लगाया जा रहा है कि आने वाले दिनों में आम आदमी को प्याज की बढ़ती हुई कीमतों से राहत मिल सकती है अगले कुछ दिनों में प्याज की कीमतों में निर्मित देखने को मिल सकती है. जल्द ही प्याज की कीमतों में सुधार होने की आशंका नजर आ रही है.
इस साल रबी की फसल में प्याज का प्रोडक्शन कम होने के कारण मानसून में प्याज की फसल बर्बाद हो चुकी थी इस कारण प्याज की कीमतों में तेजी आई. लेकिन अब बाजार में खरीफ की फसल उतारने के बाद प्याज की कीमतों में गिरावट देखने को मिल सकती है. अभी पूरे देश भर में प्याज की कीमत 54 रुपए से लेकर 140 रुपए प्रति किलो है. बढ़ती हुई प्याज की कीमत तुमको देखते हुए सरकार ने अक्टूबर से सब्सिडी रेट पर प्याज बेचने का फैसला किया और सरकार ने बफर स्टॉक में रखे प्याज को ₹35 प्रति किलोग्राम की सब्सिडी रेट पर बेचा इसके बावजूद भी प्याज की रेट में कोई भी कमी नहीं आई थी.
नवंबर के अंत तक आ सकती है प्याज के दामों में कमी
बाजार में आज भी प्याज के दाम ₹50 किलो चल रहे हैं लेकिन व्यापारियों को उम्मीद है कि आने वाले 2 से 3 हफ्तों में प्याज के दामों में कमी होने लगेगी क्योंकि नई फसलों की मांग के चलते हुए 8 से 10 दिनों में प्याज के दामों में गिरावट आने की संभावना है. कारोबारी का अनुमान है कि नवंबर के अंत तक प्याज की थोक कीमत ₹30 किलोग्राम के आसपास आ सकती है.
केंद्र सरकार के पास अभी प्याज के चार पॉइंट पांच लाख तन बफर स्टॉक है. इसमें से 1.5 लाख टन प्याज की बिक्री हो चुकी है. सरकार प्याज के कीमतों को कम करने के लिए तथा व्यापारियों व कारोबारी की समस्या को सुलझाने के लिए निरंतर प्याज सप्लाई की तरफ ध्यान दे रही है ताकि प्याज की कीमतों को कंट्रोल किया जा सके. पिछले एक हफ्ते में सरकार ने रेल के जरिए 4850 टन प्याज की सप्लाई की थी. यह सप्लाई दिल्ली चेन्नई और गुवाहाटी में हुई है.
सरकार ने पंजाब ,हरियाणा, चंडीगढ़, हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर, दिल्ली आदि की जरूरत को पूरा करने के लिए सोनीपत के कोल्ड स्टोरेज में रखी गई प्याज को उतारने का फैसला लिया है.