Liquor Shops Through Bio-Metrics : आज हम आपको देश के एक ऐसे राज्य के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां पर शराब की दुकान पर काम करने वाले कर्मचारी बायोमेट्रिक के जरिए अपनी उपस्थिति दर्ज करवाएंगे। जी हां हम बात कर रहे हैं छत्तीसगढ़ राज्य की। जो शराब की दुकान पर बायोमेट्रिक प्रणाली शुरू करने वाला देश का पहला राज्य बन जाएगा। छत्तीसगढ़ की सचिव सह आबकारी आयुक्त आर संगीता ने बताया कि शराब की दुकानों पर बायोमेट्रिक उपस्थिति प्रणाली प्रारंभ की गई है।
छत्तीसगढ़ के 33 जिलों के अधिकारी और शराब दुकानों में काम करने वाले कर्मचारियों के लिए बायोमेट्रिक प्रणाली की शुरुआत की गई है। इन सभी को मंत्रालय के एनआईसी स्टूडियो से कनेक्ट कर दिया गया है। एक कार्य कर्म के दौरान सचिन ने बिलासपुर, रायपुर, मुंगेली, गोंडा, गांव रायगढ़, सुरगढ़, कबीर धाम, नारायणपुर के आबकारी अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ बायोमेट्रिक को लेकर चर्चा की। मंत्रालय से कनेक्ट सभी जिलों के शराब दुकानों पर काम कर रहे कर्मचारियों की नई प्रणाली शुरू की गई है।
इस सुविधा के शुरू हो जाने के बाद वेतन तैयार करने के लिए ओवरटाइम का समय निर्धारित करने के लिए, अवकाश दिनों की गिनती करने के लिए एक सही विकल्प मिल जाएगा। बायोमेट्रिक लग जाने के बाद वेतन आने में लगने वाले समय में भी कमी आएगी और कर्मचारियों को निर्धारित समय पर पूरी राशि का भुगतान कर दिया जाएगा।
कौन करेगा संचालन
राज्य में सभी देसी और विदेशी मदिरा की दुकानों का संचालन छत्तीसगढ़ स्टेट मार्केटिंग कॉरपोरेशन द्वारा किया जाता है। इस पहल के तहत शराब की दुकानों का संचालन सुधारने के लिए काम करने वाले कर्मचारियों को वर्दियां आवंटित की गई है। इसके साथ-साथ फोटो युक्त आईडी कार्ड दिए गए हैं और और टाइम का कार्य निर्धारित कर भुगतान किया जा रहा है।
कैसे लगेगी हाजिरी
छत्तीसगढ़ में शराब की दुकानों पर काम कर रहे कर्मचारियों के हाजरी बायोमेट्रिक के जरिए जाएगी। इसके जरिए प्रदेश की सभी शराब की दुकानों पर मोबाइल ऐप के माध्यम से कर्मचारियों की हाजिरी ली इसके माध्यम से सभी कर्मचारियों के चेहरे की पहचान होगी। सभी कर्मचारियों का फेस रिकॉग्निशन पंजीकरण किया गया है। प्रदेश की 672 शराब की दुकानों में 5738 कर्मचारी काम करते हैं। जो इस सुविधा का लाभ उठा सकेंगे।
बायोमेट्रिक का लाभ
बायोमेट्रिक की सुविधा लग जाने के बाद कर्मचारियों की अनुपस्थिति पर नियंत्रण रखा जाएगा। इससे कर्मचारियों को भी लाभ मिलने वाला है। जो व्यक्ति जिस शराब की दुकान पर काम कर रहा होगा उसे वही काम करना पड़ेगा। शराब की दुकान पर नियुक्त किए गए व्यक्ति की जिम्मेवारी होगी। किसी भी लापरवाही के बाद तय की गई कार्रवाई की जाएगी। इस सुविधा के शुरू हो जाने के बाद प्रतिदिन कर्मचारियों की उपस्थिति ऑनलाइन उपलब्ध हो जायेगी।