Phalodi Roadways depo : फलोदी रोडवेज डिपो बसों की कमी से जूझ रहा है। इससे यात्री भी परेशान हो रहे हैं। 5 साल पहले 64 बसें संचालित की जा रही थी लेकिन कोरोना काल में 22 बसें बंद हो गई। तब से ये बसें वापस शुरू नहीं की। अप्रैल 2020 से अब तक करीब 33 बसें कंडम घोषित करने से कोरोना काल में बंद हुई बसों को वापस शुरू नहीं किया जा सका। इसके चलते कई रूटों पर जाने वाले यात्रियों को निजी बसों का सहारा लेना पड़ रहा है। बसों के कंडम होने से जोधपुर, जालोर, अहमदाबाद, दिल्ली रूट की कई बसें भी बंद हो गई।
कोविड-19 की स्थिति सामान्य होने के बाद भी रोडवेज बस बंद (Phalodi Roadways depo)
कोविड-19 की स्थिति सामान्य होने के बाद भी रोडवेज ने बंद कई बसों को वापस शुरू नहीं किया। निजी बसों में किराया भी ज्यादा देना पड़ रहा है। फलोदी से आबूरोड, फलोदी-पोकरण, पोकरण-जोधपुर, फलोदी-जोधपुर 1.30 बजे तथा फलोदी से जोधपुर करीब 5 बजे की बसें बंद ही है। वहीं, फलोदी परिवहन कार्यालय में कंडक्टर, ड्राइवर, मंत्रालयिक कर्मचारी सहित अन्य 242 सृजित पदों में से करीब 103 पद लंबे समय से खाली है। इससे रुटीन संचालन में दिक्कत आ रही है। कर्मचारियों को छुट्टियां तक नहीं मिल पा रही।
7 बजे के बाद जोधपुर की कोई बस नहीं (Phalodi Roadways depo)
बस की कमी का आलम यह है कि अगर किसी को रात में जोधपुर जाना हो तो कोई बस नहीं मिलेगी। पौने सात बजे जोधपुर के लिए आखिरी बस है। नागौर व जयपुर के लिए दोपहर 12 बजे एक ही बस है। फलोदी से बालोतरा, सांचौर, अहमदाबाद के लिए पहली गाड़ी सुबह 5 बजे है। फलोदी से पोकरण की पहली बस 8 बजे लेकिन फलोदी से जैसलमेर के लिए दोपहर 2.30 बजे बस है। फलोदी से बीकानेर, हरियाणा के लिए 8 बजे बस संचालित हैं। जबकि 4 वर्ष पहले रात 9 बजे तक सीमित अंतराल बसें उपलब्ध रहती थी। शहरवासियों की बसें बढ़ाने के साथ ही जयपुर दोपहर 2.30 के बाद प्रति घंटे रात 9 बजे तक शुरू कराने की मांग है। रोडवेज में कई श्रेणी में किराए में पूरी छूट या रियायत मिलती है लेकिन बसों की कमी से यात्री निजी बसों में सफर करने को मजबूर हो रहे हैं।
अब अगले महीने नई बसें मिलने की उम्मीदः प्रबंधक (Phalodi Roadways depo)
फलोदी डिपो के प्रबंधक चंद्राकाल पालीवाल ने बताया कि कोरोन काल में 22 बसें बंद हो गई थी। ये बसें अजमेर वर्कशॉप में जमा है।। फिलहाल 56 बसों की जरूरत है. जिसमें 35 रोडवेज व 7 अनुबंधित बसें संचालित की जा रही है। जून माह तक 15 नई बसे मिलने को उम्मीद है। इसके बाद बंद कटों पर बसें शुरू की जाएगी।